केंद्रीय मंत्री ने चिकित्सा शिक्षा में सरकार की उपलब्धियां गिनाईं, कहा- ‘चिकित्सक बनें सेवा और करुणा के प्रतीक’
ऋषिकेश, 15 अप्रैल: अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) ऋषिकेश का पांचवां दीक्षांत समारोह भव्यता के साथ सम्पन्न हुआ। इस अवसर पर केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री श्री जगत प्रकाश नड्डा ने समारोह की अध्यक्षता करते हुए विद्यार्थियों को डिग्री प्रदान की और उनके उज्जवल भविष्य की कामना की।
अपने संबोधन में श्री नड्डा ने कहा, “दीक्षांत समारोह एक विशेष अवसर है जो छात्रों की उपलब्धियों को मान्यता देता है। देश के हर गरीब को गुणवत्तापूर्ण और सस्ती स्वास्थ्य सेवा देना हमारी प्राथमिकता है।” उन्होंने बताया कि देश में स्वास्थ्य सेवाओं के क्षेत्र में व्यापक सुधार हुए हैं।
उन्होंने कहा कि “2000 के दशक की शुरुआत में देश में केवल एक एम्स था, जबकि आज 22 एम्स संचालित हो रहे हैं।” साथ ही, उन्होंने स्वास्थ्य सेवा को उपचारात्मक ही नहीं बल्कि निवारक, उपशामक और पुनर्वासिक बनाने पर भी बल दिया।
श्री नड्डा ने जानकारी दी कि देशभर में 1.75 लाख आयुष्मान आरोग्य मंदिर स्थापित किए जा चुके हैं और पिछले 10 वर्षों में मेडिकल कॉलेजों में 101 प्रतिशत, एमबीबीएस सीटों में 130 प्रतिशत तथा पीजी सीटों में 138 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। उन्होंने बताया कि 157 नए नर्सिंग कॉलेज भी मेडिकल कॉलेजों के साथ स्थापित किए जा रहे हैं।
एम्स ऋषिकेश की उपलब्धियाँ
केंद्रीय मंत्री ने एम्स ऋषिकेश की सराहना करते हुए कहा कि संस्थान ने हेलीकॉप्टर और ड्रोन सेवाओं के माध्यम से 309 गंभीर मरीजों की जान बचाई है। साथ ही, टेलीमेडिसिन सेवा ‘ई-संजीवनी’ के माध्यम से राज्य के दूरदराज क्षेत्रों में इलाज की सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है।
इस अवसर पर संस्थान में कई नई स्वास्थ्य सुविधाओं का उद्घाटन भी किया गया, जिनमें आयुष विभाग में एकीकृत चिकित्सा, न्यूक्लियर मेडिसिन में पीईटी स्कैन, रेडियोलॉजी विभाग में पीएसीएस सुविधा और उन्नत बाल चिकित्सा केंद्र शामिल हैं।
समारोह में कुल 434 छात्रों को डिग्रियां प्रदान की गईं। इनमें 98 एमबीबीएस, 95 बीएससी नर्सिंग, 54 बीएससी एलाइड हेल्थ साइंसेज, 109 एमडी/एमएस, 40 डीएम/एमसीएच, 17 एमएससी नर्सिंग, 12 मास्टर ऑफ पब्लिक हेल्थ, 8 पीएचडी और अन्य छात्र शामिल थे। 10 उत्कृष्ट छात्रों को स्वर्ण पदक से नवाजा गया।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का संबोधन
इस अवसर पर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि पिछले 10 वर्षों में देश में स्वास्थ्य सेवाओं का तेज़ी से विस्तार हुआ है। उन्होंने कहा, “हेली एंबुलेंस और ट्रॉमा सेंटर की सुविधाएं उत्तराखंड के स्वास्थ्य क्षेत्र को एक नई उड़ान दे रही हैं।”
उन्होंने यह भी बताया कि राज्य में 14 लाख से अधिक लोगों को आयुष्मान योजना के तहत इलाज मिल चुका है और 29 लाख से अधिक निःशुल्क पैथोलॉजिकल जांचें हो चुकी हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड की 5,000 से अधिक ग्राम सभाएं टीबी मुक्त हो चुकी हैं।
इस अवसर पर कई गणमान्य अतिथि उपस्थित रहे, जिनमें केंद्रीय राज्य मंत्री श्री अजय टम्टा, लोकसभा सांसद श्री अजय भट्ट, विधानसभा अध्यक्ष श्रीमती ऋतु खंडूरी भूषण, पूर्व मुख्यमंत्री श्री त्रिवेंद्र सिंह रावत, स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत, और एम्स ऋषिकेश के अधिकारीगण शामिल थे।
LIVE: आदरणीय केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री श्री @JPNadda जी के साथ एम्स ऋषिकेश में विभिन्न सुविधाओं का निरीक्षण करते हुए https://t.co/FVzX237uM9
— Pushkar Singh Dhami (@pushkardhami) April 15, 2025