अप्रैल की बारिश बनी आफत: उत्तराखंड में ओलावृष्टि और तेज हवाओं से मची तबाही

उत्तराखंड में अप्रैल के पहले हफ्ते तक भीषण गर्मी और लू से परेशान लोगों को अचानक मौसम के बदले मिजाज ने राहत तो दी, लेकिन इसके साथ ही तबाही भी मचा दी। बुधवार को राज्य के कई जिलों में तेज बारिश, ओलावृष्टि और आंधी-तूफान ने जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया।

थराली में फ्लैश फ्लड जैसे हालात, घरों में पानी, गाड़ियां मलबे में दबीं
चमोली जिले के थराली क्षेत्र में बुधवार शाम करीब 4 बजे मौसम ने अचानक करवट ली। घने बादलों के साथ तेज बारिश और ओलावृष्टि शुरू हो गई। बारिश इतनी तेज थी कि देखते ही देखते पानी कई घरों में घुस गया। वहीं, पहाड़ी से आया मलबा दो गाड़ियों पर गिर पड़ा। राहत की बात यह रही कि इस हादसे में कोई हताहत नहीं हुआ।

घटना के बाद प्रशासन और एसडीआरएफ (SDRF) की टीमें मौके पर पहुंच गईं और राहत कार्य शुरू कर दिए। तहसीलदार अक्षय पंकज ने बताया कि किसी जान-माल के नुकसान की पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन सतर्कता बढ़ा दी गई है।

अंधेरे में डूबा थराली, टॉर्च लेकर निकले ग्रामीण
लगभग डेढ़ घंटे तक हुई बारिश के चलते पिंडर नदी सहित कई छोटे नदी-नालों में उफान आ गया। शाम के समय अंधेरा छा जाने से लोग टॉर्च की रोशनी में घरों से बाहर निकलते नजर आए। बाजार क्षेत्र में नुकसान का आंकलन किया जा रहा है।

राज्यभर में असर: कई जिलों में भारी बारिश और ओलावृष्टि
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के मुताबिक, यह मौसम परिवर्तन पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने की वजह से हुआ है। विभाग ने 9 से 12 अप्रैल तक राज्य के कई हिस्सों में तेज बारिश, ओलावृष्टि और 40 किमी/घंटा की रफ्तार से हवाओं का येलो अलर्ट जारी किया है।

डॉ. बिक्रम सिंह के अनुसार देहरादून, हरिद्वार, नैनीताल, चमोली, पिथौरागढ़ और बागेश्वर जिलों में इसका खासा असर पड़ सकता है।

उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग, अल्मोड़ा में भी दिखा असर
उत्तरकाशी में झमाझम बारिश ने गर्मी से राहत दी, जबकि रुद्रप्रयाग के तिलवाड़ा, गुप्तकाशी और रामपुर इलाकों में बारिश से जल संकट कुछ हद तक कम हुआ।
वहीं, अल्मोड़ा में ओलावृष्टि और तेज हवाओं ने बिजली आपूर्ति बाधित कर दी, जिससे बाजारों में अफरा-तफरी मच गई।

चौकुटिया में फसलों को भारी नुकसान की आशंका
चौकुटिया क्षेत्र में गेहूं, आलू और लहसुन जैसी फसलों पर ओलावृष्टि और तेज हवाओं ने कहर बरपाया। किसानों का कहना है कि यदि बारिश का सिलसिला यूं ही जारी रहा, तो फसलें पूरी तरह बर्बाद हो सकती हैं।

जलवायु परिवर्तन की चेतावनी
राज्य में अप्रैल की यह असामान्य बारिश और मौसम का अचानक बदला मिजाज साफ संकेत देता है कि जलवायु परिवर्तन (Climate Change) अब हमारे रोजमर्रा के जीवन को प्रभावित करने लगा है। प्रशासन और नागरिकों दोनों को सतर्क रहने की आवश्यकता है।

सुझाव:

  • मौसम विभाग की चेतावनियों पर नजर रखें।

  • सुरक्षित स्थानों पर शरण लें।

  • आपात स्थिति में स्थानीय प्रशासन या SDRF से तुरंत संपर्क करें।

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