रवि पुष्य योग में खोले गए कपाट, मुख्यमंत्री पुष्कर धामी ने किए दर्शन, 6000 से अधिक श्रद्धालु बने साक्षी
बदरीनाथ (उत्तराखंड):
भू बैकुंठ कहे जाने वाले बदरीनाथ धाम के कपाट आज प्रातः 6 बजे शुभ रवि पुष्य योग में विधिवत वैदिक मंत्रोच्चार और पूजा-अर्चना के साथ श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए गए। कपाट खुलते ही पूरे धाम में “जय बदरी विशाल” के जयकारों की गूंज सुनाई दी और वातावरण भक्तिमय हो गया।
कपाट खुलने के पावन अवसर पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी स्वयं बदरीनाथ धाम पहुंचे और बदरी विशाल के दर्शन कर पूजा-अर्चना की। इस विशेष आयोजन में 6000 से अधिक श्रद्धालु मौजूद रहे, जिन्होंने इस आध्यात्मिक क्षण के साक्षी बनते हुए जयकारों से धाम को गुंजायमान कर दिया।
जय श्री बदरी विशाल!
चारधामों में से एक, करोड़ों भक्तों की आस्था के केंद्र, भू-बैकुंठ श्री बदरीनाथ धाम के कपाट आज वैदिक मंत्रोच्चार की दिव्य ध्वनि के मध्य, पूर्ण विधि-विधान के साथ भक्तों के दर्शनार्थ खोल दिए गए हैं।
श्री बद्रीनाथ धाम के कपाट खुलने के साथ ही चारधाम यात्रा का… pic.twitter.com/CmLM4lDQiH
— Pushkar Singh Dhami (@pushkardhami) May 4, 2025
हेलीकॉप्टर से श्रद्धालुओं पर पुष्पवर्षा की गई, जिससे माहौल और भी भावुक और भक्तिभाव से परिपूर्ण हो गया।
चारधाम यात्रा में आस्था-उमंग का संगम,
पुष्पवर्षा से हो रहा भक्तों का अभिनंदन…श्री बद्रीनाथ धाम के कपाटोद्घाटन के साक्षी बन रहे हजारों भक्तों पर हेलीकॉप्टर से पुष्प वर्षा की गई।#CharDhamYatra2025 pic.twitter.com/Fb2EgphCBE
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इस अवसर पर तीर्थ पुरोहितों ने परंपरागत विधि-विधान के अनुसार भगवान बदरी विशाल की पूजा-अर्चना की। ढोल-नगाड़ों की गूंज और आर्मी बैंड की मधुर धुनों के बीच भगवान कुबेर और उद्धव जी को मंदिर के गर्भगृह में विधिवत स्थापित किया गया।
शुभ मुहूर्त पर भगवान बदरीनाथ की चतुर्भुज मूर्ति से घृत कंबल हटाकर उनका विधिपूर्वक अभिषेक (स्नान) किया गया और भव्य श्रृंगार के साथ उन्हें अलंकृत किया गया।
इस बार कपाटोद्धघाटन के लिए बदरीनाथ मंदिर को लगभग 40 कुंतल गेंदे के फूलों से भव्य रूप से सजाया गया, जिससे पूरा मंदिर परिसर दिव्य सौंदर्य से भर गया।