चारधाम यात्रा 2025 की तैयारियों के तहत एक बड़ी सफलता हाथ लगी है। यमुनोत्री धाम के पास गरुड़गंगा क्षेत्र में बने हेलीपैड पर उत्तराखंड नागरिक उड्डयन विकास प्राधिकरण (UCADA) के हेलीकॉप्टर ने सफलतापूर्वक लैंडिंग की है। यह लैंडिंग ट्रायल यात्रा की दृष्टि से तो अहम है ही, साथ ही आपातकालीन परिस्थितियों में भी यह हेलीपैड राहत का जरिया बनेगा।
दो दिनों से चल रहा था लैंडिंग प्रयास, बुधवार को मिली सफलता
सूत्रों के अनुसार, यूकाडा का हेलीकॉप्टर दो दिनों से लैंडिंग की कोशिश कर रहा था। पहले मंगलवार को तकनीकी कारणों से लैंडिंग नहीं हो सकी, लेकिन बुधवार दोपहर को हेलीकॉप्टर ने सफलतापूर्वक हेलीपैड पर उतरकर ट्रायल को पूरा कर लिया।
60 लाख की लागत से बना हेलीपैड, सतह का कार्य पूरा
ब्रिडकुल द्वारा लगभग 60 लाख रुपये की लागत से इस हेलीपैड का निर्माण कार्य किया गया है। सतह का कार्य पूर्ण होने के बाद मौसम, वायु वेग और अन्य स्थानीय स्थितियों की जानकारी लेने के लिए लैंडिंग ट्रायल आयोजित किया गया।
30 अप्रैल से शुरू होगी हेली सेवा
यमुनोत्री मंदिर समिति के प्रवक्ता पुरुषोत्तम उनियाल ने जानकारी दी कि जैसे ही 30 अप्रैल को गंगोत्री धाम के कपाट खुलेंगे, वैसे ही यमुनोत्री में भी हेलीकॉप्टर सेवा शुरू हो जाएगी। इससे न केवल श्रद्धालुओं को यात्रा में सुविधा मिलेगी, बल्कि आपदा प्रबंधन के दृष्टिकोण से भी यह सेवा महत्वपूर्ण सिद्ध होगी।
आपातकालीन परिस्थितियों में राहत का विकल्प
इस हेलीपैड के बनने से अब यमुनोत्री धाम में मौसम खराब होने या आपात स्थिति में तीर्थयात्रियों और स्थानीय नागरिकों को हवाई मार्ग से सुरक्षित स्थानों तक पहुंचाना संभव हो सकेगा।