उत्तराखंड में मानसून की विदाई के संकेत मिलने के साथ ही दूसरे चरण की चारधाम यात्रा की तैयारियाँ तेज़ हो गई हैं। इस चरण के लिए केदारनाथ हेली सेवाओं की ऑनलाइन बुकिंग आगामी बुधवार, 10 सितंबर 2025 से शुरू होगी जबकि 15 सितंबर से उड़ानों का संचालन शुरू होगा। इस बार श्रद्धालुओं को पहले से अधिक किराया चुकाना पड़ेगा और अनुमान है कि केदारनाथ हेली सेवा का किराया लगभग 40 प्रतिशत बढ़ाया गया है।
यात्रा में देरी का कारण
सामान्य परिस्थितियों में चारधाम यात्रा का दूसरा चरण 1 सितंबर से शुरू होता है, लेकिन इस वर्ष मानसून देर तक सक्रिय रहने के कारण इसमें लगभग 15 दिनों की देरी हुई है। मौसम में सुधार के साथ यात्रा मार्गों को सुरक्षित बनाया जा रहा है ताकि श्रद्धालु आराम और सुरक्षा के साथ यात्रा कर सकें।
सुरक्षा मानकों को किया गया सख्त
पिछले कुछ समय में हुई हेली दुर्घटनाओं को देखते हुए उत्तराखंड नागरिक उड्डयन विकास प्राधिकरण (यूकाडा) ने सुरक्षा मानकों को और कड़ा कर दिया है। नए दिशा-निर्देशों के अनुसार:
✔ खराब मौसम में उड़ानों की अनुमति नहीं दी जाएगी।
✔ हेली कंपनियाँ निर्धारित सीमा से अधिक यात्रियों को नहीं बैठा सकेंगी।
✔ तय सीमा से अधिक फेरे नहीं लगाए जा सकते।
✔ उड़ानों की निगरानी के लिए मौसम केंद्र और सेलो मीटर लगाए जाएंगे।
✔ डीजीसीए, एटीसी, यूकाडा और एविएशन अथॉरिटी के प्रतिनिधियों की टीम निगरानी करेगी।
इस वैज्ञानिक निगरानी व्यवस्था से उड़ानों की अनुमति सुरक्षित आधार पर दी जाएगी।
उड़ानों की संख्या घटेगी
पहले चरण में नौ हेली कंपनियाँ प्रतिदिन 250 से 270 उड़ानें संचालित कर रही थीं। नए सुरक्षा मानकों के बाद केवल सात कंपनियाँ ही संचालन करेंगी और उनकी कुल उड़ानें घटकर 184 प्रतिदिन रह जाएंगी। प्रतिबंधित दो कंपनियों पर यह नियम भी लागू रहेगा।
उड़ानों की संख्या में कमी और यात्रियों की सीमा घटने से हेली कंपनियों पर आर्थिक दबाव बढ़ेगा, जिससे टिकट किराया बढ़ने की संभावना है।
श्रद्धालुओं को मिलेगी सुविधा
यात्रियों के लिए ऑनलाइन बुकिंग प्रणाली को सरल बनाया गया है। इससे भीड़ प्रबंधन में मदद मिलेगी और यात्रा के दौरान सुरक्षित एवं व्यवस्थित सेवा सुनिश्चित की जा सकेगी।