उत्तराखंड के चमोली जिले के सलूड डुंग्रा गांव में 30 अप्रैल को विश्व सांस्कृतिक धरोहर रम्माण महोत्सव आयोजित किया जाएगा, जो राज्य की समृद्ध लोकसंस्कृति का एक प्रमुख प्रतीक है। इस महोत्सव में पारंपरिक मुखौटों की छवियां, ढोल-दमाऊं की गूंज और रामायण एवं देवकथाओं का मंचन 18 तालों पर किया जाएगा, जो इसे एक विशेष और आकर्षक अनुभव बनाते हैं।
मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में प्रदेश सरकार लोककलाओं और सांस्कृतिक धरोहरों के संरक्षण व प्रचार-प्रसार के लिए निरंतर प्रयास कर रही है। इन प्रयासों के तहत रम्माण जैसे आयोजनों को न केवल राज्य में बल्कि देश-दुनिया में भी अपनी विशेष पहचान बनाने का मौका मिल रहा है।
रम्माण महोत्सव में भाग लेकर आप भी उत्तराखंड की सांस्कृतिक धरोहर का उत्सव मना सकते हैं और इस अनूठे अनुभव का हिस्सा बन सकते हैं।