उत्तरकाशी में ऐतिहासिक दिन की तैयारी, सीएम धामी और केंद्रीय मंत्री हो सकते हैं शामिल
उत्तरकाशी, 15 अप्रैल:
उत्तराखंड के उत्तरकाशी ज़िले में स्थित सिलक्यारा सुरंग का निर्माण अब अंतिम चरण में पहुंच चुका है। जिला प्रशासन के अनुसार, सुरंग की खुदाई का कार्य लगभग पूरा हो चुका है और केवल दो मीटर की खुदाई बाकी है। इसी बीच सुरंग के प्रवेश द्वार पर बाबा बौखनाग मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर 16 अप्रैल को एक भव्य कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है।
जिलाधिकारी मेहरबान सिंह बिष्ट ने जानकारी दी कि सुरंग के दोनों छोर—सिलक्यारा मोड़ और बरकोट—को जोड़ने की प्रक्रिया अंतिम चरण में है और संबंधित तकनीकी तैयारियाँ पूरी कर ली गई हैं। साथ ही बाबा बौखनाग को समर्पित मंदिर का निर्माण कार्य भी पूरा हो चुका है। स्थानीय पुजारियों के सहयोग से प्राण प्रतिष्ठा समारोह की योजना बनाई गई है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी और राज्य मंत्री अजय टम्टा के इस कार्यक्रम में शामिल होने की संभावना जताई जा रही है। प्रशासन इस दिन को धार्मिक और विकास दोनों दृष्टियों से ऐतिहासिक मान रहा है।
धार्मिक आस्था और चमत्कारी बचाव अभियान
2023 में जब सुरंग निर्माण के दौरान एक हिस्सा ढह गया था, तब 41 मजदूर अंदर फंस गए थे। 17 दिन तक चले ऐतिहासिक बचाव अभियान के बाद सभी मजदूरों को सुरक्षित बाहर निकाला गया था। उस दौरान स्थानीय लोगों का मानना था कि बाबा बौखनाग के प्राचीन मंदिर के क्षतिग्रस्त होने के कारण यह दुर्घटना हुई।
बचाव अभियान की सफलता के बाद मुख्यमंत्री ने बाबा बौखनाग के चमत्कारिक आशीर्वाद का उल्लेख करते हुए घोषणा की थी कि सुरंग के प्रवेश द्वार पर देवता का नया मंदिर बनाया जाएगा। अब यह मंदिर पूरी तरह बनकर तैयार है और उसकी प्राण प्रतिष्ठा भी सुरंग के पूरा होने के दिन की जाएगी।
सुरंग की विशेषताएं
सिलक्यारा सुरंग उत्तरकाशी जिले की एक 4.5 किलोमीटर लंबी दो लेन सड़क सुरंग है, जो क्षेत्र में यातायात को सुगम बनाएगी और आपात स्थितियों में रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।