घने कोहरे और शीतलहर ने उत्तराखंड को जकड़ा, तराई में जनजीवन अस्त-व्यस्त उत्तराखंड में ठंड का डबल अटैक, येलो अलर्ट जारी
उत्तराखंड में मौसम का मिजाज लगातार करवट बदल रहा है। पहाड़ों के साथ अब मैदानी और तराई क्षेत्रों में भी कड़ाके की ठंड ने लोगों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। हरिद्वार, उधम सिंह नगर और नैनीताल जनपद के तराई इलाकों में शनिवार सुबह से ही घना कोहरा छाया रहा, जिससे जनजीवन प्रभावित हो गया।
उधम सिंह नगर और नैनीताल जिले के तराई क्षेत्रों में कोहरे ने पूरी तरह से सफेद चादर ओढ़ ली है। विजिबिलिटी बेहद कम होने के कारण राष्ट्रीय राजमार्गों पर वाहन रेंगते हुए नजर आए। खासकर एनएच-109 पर वाहनों की रफ्तार बेहद धीमी रही, जिससे यात्रियों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा।
यातायात व्यवस्था पर पड़ा असर
घने कोहरे का असर सड़क, रेल और हवाई यातायात पर भी साफ तौर पर देखने को मिल रहा है। सुबह आठ बजे के बाद भी लोगों को वाहनों की हेडलाइट जलाकर चलना पड़ रहा है। कई स्थानों पर ट्रेनें देरी से चल रही हैं, वहीं हवाई सेवाओं पर भी कोहरे का असर पड़ने लगा है।
मौसम विभाग ने जारी किया येलो अलर्ट
मौसम विभाग ने हरिद्वार और उधम सिंह नगर जनपद के कुछ हिस्सों में मध्यम से घने कोहरे की संभावना जताते हुए येलो अलर्ट जारी किया है। विभाग के अनुसार प्रदेश के अधिकांश इलाकों में मौसम शुष्क बना रहेगा, हालांकि सुबह और रात के समय ठंड और कोहरा लोगों की परेशानी बढ़ा सकता है।
राजधानी देहरादून की बात करें तो यहां आसमान मुख्यतः साफ रहने की संभावना है। अधिकतम तापमान लगभग 24 डिग्री सेल्सियस रहने का अनुमान है, लेकिन सुबह-शाम ठंड का असर बना रहेगा।
अलाव बने सहारा
तराई क्षेत्र के लालकुआं, रुद्रपुर और आसपास के इलाकों में ठंड से बचने के लिए लोग अलाव का सहारा लेते नजर आए। रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड और प्रमुख चौराहों पर दुकानदारों और राहगीरों ने आग जलाकर ठंड से राहत पाई। नगर पंचायत द्वारा पहले से ही कई स्थानों पर अलाव की व्यवस्था की गई है, जिससे लोगों को कुछ राहत मिली है।
स्थानीय निवासी दीवान सिंह बिष्ट ने बताया कि इस सर्दी में पहली बार इतना घना कोहरा देखने को मिला है। विजिबिलिटी लगभग शून्य हो गई है, जिससे यातायात प्रभावित हो रहा है और ठंड में भी तेजी से इजाफा हुआ है।
आने वाले दिनों में बढ़ेगी ठंड
मौसम विशेषज्ञों के अनुसार आने वाले दिनों में तापमान में और गिरावट देखने को मिल सकती है। सुबह और देर रात के समय शीतलहर का असर तेज होने की संभावना है। ऐसे में लोगों को सतर्क रहने, अनावश्यक यात्रा से बचने और ठंड से बचाव के उपाय अपनाने की सलाह दी गई है।