उत्तराखंड में नशामुक्ति अभियान को लेकर राज्य सरकार और केंद्र सरकार के बीच समन्वय बढ़ रहा है। ‘हारेगा नशा, जीतेगा युवा’ का नारा अब राज्य का मिशन बन चुका है, और इस दिशा में उत्तराखंड लगातार प्रभावी कदम उठा रहा है। हाल ही में आयोजित चिंतन शिविर में राज्य ने अपने प्रयासों को प्रभावी तरीके से पेश किया, जिससे केंद्र सरकार से भरपूर सराहना प्राप्त हुई।
समाज कल्याण विभाग के अपर सचिव प्रकाश चंद ने एक खास सत्र के दौरान उत्तराखंड सरकार के नशामुक्ति अभियान की विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने कहा कि राज्य की सीमाएं दूसरे देशों से भी मिलती हैं और कई राज्यों के साथ सीमा साझा करती हैं, जिससे नशे के प्रचलन को रोकने में कुछ चुनौतियाँ आती हैं। इसके बावजूद, राज्य सरकार इस अभियान को प्रभावी रूप से चला रही है। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री और मुख्य सचिव के स्तर पर इस अभियान की निरंतर निगरानी की जा रही है। इसके अलावा, चार धाम यात्रा सहित प्रमुख त्योहारों और अवसरों पर इस अभियान के प्रचार-प्रसार की योजना बनाई गई है।
केंद्रीय सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्री डॉ. वीरेंद्र कुमार ने उत्तराखंड के नशामुक्ति प्रयासों की खुलकर सराहना की। समापन समारोह में अपने संबोधन के दौरान और बाद में मीडिया से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा, “उत्तराखंड में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी स्वयं समाज कल्याण मंत्री हैं, इसलिए इस अभियान को पूरी मेहनत और समर्पण से चलाया जा रहा है।”
इस पहल से साफ़ है कि उत्तराखंड सरकार नशामुक्ति अभियान को गंभीरता से ले रही है और केंद्र सरकार से सकारात्मक प्रतिक्रिया प्राप्त कर रही है।