करंट की अफवाह से मची भगदड़, मंदिर परिसर में मची अफरा-तफरी, प्रशासन ने हालात किए काबू में
हरिद्वार | रविवार, 27 जुलाई 2025
हरिद्वार के प्रमुख धार्मिक स्थल मनसा देवी मंदिर में रविवार सुबह भयानक भगदड़ की घटना हुई, जिसमें कम से कम आठ श्रद्धालुओं की मौत हो गई, जबकि 35 से अधिक लोग घायल हुए हैं। घायलों का इलाज हरिद्वार जिला अस्पताल में जारी है। मृतकों की संख्या बढ़ने की आशंका जताई जा रही है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, मंदिर परिसर के एक हिस्से में करंट फैलने की अफवाह से अचानक भगदड़ मच गई। श्रद्धालुओं में अफरा-तफरी मच गई और लोग एक-दूसरे पर गिरते चले गए।
घटनास्थल पर राहत कार्य जारी
घटना की जानकारी मिलते ही एसडीआरएफ, स्थानीय पुलिस, फायर ब्रिगेड और स्वास्थ्य विभाग की टीमें मौके पर पहुंच गईं। हालात पर काबू पाने के लिए प्रशासन को काफी मशक्कत करनी पड़ी।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने हादसे पर गहरा दुख व्यक्त किया और कहा कि वह स्थिति पर निरंतर निगरानी बनाए हुए हैं। उन्होंने माता रानी से सभी श्रद्धालुओं की सुरक्षा और जल्द स्वास्थ्य लाभ की कामना की।
हरिद्वार स्थित मनसा देवी मंदिर मार्ग में भगदड़ मचने का अत्यंत दुःखद समाचार प्राप्त हुआ है। @uksdrf, स्थानीय पुलिस तथा अन्य बचाव दल मौके पर पहुंचकर राहत एवं बचाव कार्यों में जुटे हुए हैं।
इस संबंध में निरंतर स्थानीय प्रशासन के संपर्क में हूं और स्थिति पर लगातार निगरानी रखी जा रही…
— Pushkar Singh Dhami (@pushkardhami) July 27, 2025
प्रत्यक्षदर्शियों की जुबानी हादसा
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, सुबह की आरती के समय मंदिर परिसर में भारी भीड़ थी। इसी दौरान अचानक धक्का-मुक्की शुरू हो गई, जिससे भगदड़ मच गई।
कोतवाली प्रभारी रितेश शाह ने बताया कि भीड़ की अचानक बढ़ोतरी और अव्यवस्थित प्रवेश एवं निकास व्यवस्था के कारण यह हादसा हुआ।
प्रशासन की त्वरित कार्रवाई
घटना के बाद मंदिर परिसर को खाली करा लिया गया है और स्थिति अब नियंत्रण में बताई जा रही है। जिलाधिकारी और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मौके पर मौजूद रहकर हालात पर नजर बनाए हुए हैं।
प्राथमिक जांच के अनुसार, भगदड़ की वजह मुख्य द्वार पर अत्यधिक भीड़ और अफवाह से फैली दहशत बताई जा रही है। CCTV फुटेज की जांच की जा रही है ताकि घटना के कारणों की पुष्टि की जा सके।
प्रशासन ने श्रद्धालुओं से संयम और सहयोग की अपील की है, साथ ही भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचने के लिए भीड़ प्रबंधन को सुदृढ़ करने की बात कही है।