मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आज सुबह प्रदेशभर के जिलाधिकारियों के साथ वर्चुअल बैठक की, जिसमें उन्होंने जनहित से जुड़े महत्वपूर्ण कार्यों को प्राथमिकता देने की बात कही। बैठक में मुख्यमंत्री ने जिलाधिकारियों को सड़क निर्माण और मरम्मत, बिजली और पानी की आपूर्ति, और चारधाम यात्रा मार्ग पर विशेष ध्यान रखने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जिलाधिकारियों को जनता से संवाद स्थापित कर उनकी समस्याओं का त्वरित समाधान सुनिश्चित करने के साथ ही 1905 और 1064 जैसे पोर्टलों पर प्राप्त शिकायतों पर शीघ्र कार्रवाई करने के निर्देश दिए।
इसके अतिरिक्त, मुख्यमंत्री ने यात्रा मार्गों पर श्रद्धालुओं की सुविधाओं को बेहतर बनाने, वनाग्नि की रोकथाम, बरसाती नालों की सफाई और आपदा से निपटने की तैयारियों पर भी ध्यान केंद्रित करने के आदेश दिए। जिलाधिकारियों को अवैध अतिक्रमण और अवैध मदरसों के खिलाफ विशेष अभियान चलाने, सभी विभागीय कार्यों की निगरानी और सत्यापन अभियान में तेजी लाने की आवश्यकता पर जोर दिया गया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अतिक्रमण के खिलाफ नियमित अभियान चलाना चाहिए और जनपदों में खाद्य पदार्थों की सैंपलिंग की जाए। बरसात से पहले रिवर ड्रेजिंग और नालों की सफाई का कार्य भी पूर्ण किया जाए। उन्होंने जिलाधिकारियों से जनता दरबार, तहसील दिवस और बीडीसी बैठकों के आयोजन के साथ-साथ ब्लॉक स्तर पर नियमित बहुउद्देशीय शिविर लगाने का भी अनुरोध किया।
मुख्यमंत्री ने चारधाम यात्रा के दृष्टिगत सभी व्यवस्थाओं को सुनिश्चित करने के निर्देश दिए और यात्रा मार्ग से जुड़े जनपदों में कंट्रोल रूम पूरी तरह सक्रिय रखने का आदेश दिया। साथ ही, यात्रा के दौरान सुव्यवस्थित ट्रैफिक प्लान और श्रद्धालुओं की मूलभूत सुविधाओं का ध्यान रखने की बात कही।
इसके अलावा, ग्रीष्मकाल के दृष्टिगत पेयजल की सुचारू आपूर्ति के लिए आवश्यक उपाय करने और विद्युत आपूर्ति की व्यवस्था पहले से सुनिश्चित करने की भी सलाह दी गई।
बैठक में अपर मुख्य सचिव आर.के सुधांशु, सचिव शैलेश बगोली, गढ़वाल कमिश्नर विनय शंकर पांडेय, अपर पुलिस महानिदेशक ए.पी अंशुमन, उपाध्यक्ष एमडीडीए बंशीधर तिवारी, कुमाऊं कमिश्नर दीपक रावत और सभी जिलाधिकारी उपस्थित थे।