हरिद्वार। राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन (एनएमसीजी) द्वारा 4 नवंबर को हरिद्वार के चंडी घाट पर गंगा उत्सव 2024 का भव्य आयोजन किया जा रहा है। यह उत्सव गंगा नदी को ‘राष्ट्रीय नदी’ घोषित किए जाने की वर्षगांठ के उपलक्ष्य में हर वर्ष आयोजित होता है। इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य गंगा नदी के संरक्षण को बढ़ावा देना, इसके सांस्कृतिक और आध्यात्मिक महत्व को उजागर करना, और स्वच्छता के प्रति जन जागरूकता फैलाना है। इस बार का यह आठवां संस्करण विशेष रूप से गंगा नदी के किनारे मनाया जाएगा, जिसमें गंगा बेसिन वाले राज्यों के 139 जिलों में भी जिला गंगा समितियों द्वारा कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
गंगा की लहरों में है सांस्कृतिक प्रवाह,
भारत की पहचान और सभ्यता का साथ।4 नवम्बर को हरिद्वार में गूंजेगा उत्सव का स्वर,
आइए, गंगा को समर्पित करें अपना आदर।गंगा माँ का संरक्षण, हमारी पवित्र जिम्मेदारी,
जल और जीवन के इस संगम में हो हमारी भागीदारी।#GangaUtsav #CleanGanga pic.twitter.com/WMFyVXv0Gh— C R Paatil (@CRPaatil) October 30, 2024
इस वर्ष के गंगा उत्सव का उद्घाटन केंद्रीय जल शक्ति मंत्री श्री सी.आर. पाटिल करेंगे, और इस अवसर पर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी, जल शक्ति राज्य मंत्री श्री राज भूषण चौधरी, और जल शक्ति मंत्रालय की सचिव श्रीमती देवश्री मुखर्जी भी मुख्य अतिथियों के रूप में शामिल होंगे। केंद्र और राज्य सरकार के कई महत्वपूर्ण पदाधिकारी भी इस कार्यक्रम में भाग लेंगे।
उत्सव में बीएसएफ द्वारा आयोजित गंगा महिला राफ्टिंग अभियान का फ्लैग-ऑफ समारोह भी किया जाएगा, जो गंगा सागर तक की यात्रा करते हुए 50 दिनों में गंगा के तटवर्ती 9 प्रमुख शहरों से होकर गुजरेगा। यह ऐतिहासिक अभियान गंगा बेसिन के पाँच प्रमुख राज्यों में कई अन्य गतिविधियों के साथ संपन्न होगा।
गंगा उत्सव 2024 का आयोजन इस वर्ष ‘नदी उत्सव’ के रूप में किया जा रहा है, जिसमें 145 नदी शहरों का रिवर सिटी एलायंस गठबंधन भी हिस्सा लेगा। यह गठबंधन नदी-संवेदनशील शहरी योजना को बढ़ावा देने के लिए कार्यरत है और जल-सुरक्षित शहरों के निर्माण की दिशा में काम कर रहा है। इस उत्सव के दौरान नदियों के सांस्कृतिक एवं आध्यात्मिक महत्व पर चर्चा करने का अवसर मिलेगा और इसका उद्देश्य नदियों के प्रति सामाजिक जुड़ाव को प्रोत्साहित करना है।
उत्सव में “गंगा संवाद” का आयोजन होगा, जिसमें प्रमुख हस्तियां, धार्मिक एवं आध्यात्मिक गुरु, और अन्य विशेषज्ञ जल प्रबंधन एवं नदी संरक्षण से जुड़े महत्वपूर्ण मुद्दों पर विचार-विमर्श करेंगे। इसके अलावा, एक तकनीकी सत्र में विशेषज्ञ जल संरक्षण और नदी कायाकल्प पर अपनी राय साझा करेंगे। कार्यक्रम में “घाट पर हाट” और विभिन्न गतिविधियों जैसे प्रश्नोत्तरी, फ़िल्म प्रदर्शन, जादू शो, कठपुतली शो और चित्रकला प्रतियोगिताएँ बच्चों को गंगा के प्रति जागरूक करेंगी। नुक्कड़ नाटक और प्रदर्शनी भी शामिल होगी, जिसमें नमामि गंगे की पहल को दर्शाया जाएगा। आयोजन में एक विशेष खाद्य महोत्सव भी होगा, जो स्थानीय स्वाद और परंपराओं को दर्शाएगा।
गंगा उत्सव 2024 का यह कार्यक्रम न केवल गंगा नदी के संरक्षण को प्रोत्साहित करेगा, बल्कि देश की इस प्रमुख नदी के ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व को भी समझने का एक अवसर प्रदान करेगा। इसका उद्देश्य जन जागरूकता बढ़ाना है ताकि लोग नदी प्रदूषण को रोकने और स्वच्छता में सामूहिक योगदान दे सकें। गंगा उत्सव हमारे समाज में नदी के महत्व को गहराई से समझने और इसे पुनर्जीवित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम होगा।