उत्तराखंड के सीमांत क्षेत्र हर्षिल घाटी और मुखबा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रस्तावित दौरे को लेकर तैयारियां जोरों पर हैं। प्रधानमंत्री के दौरे के दौरान, वे सेना, आईटीबीपी, नेहरू पर्वतारोहण संस्थान और पर्यटन विभाग द्वारा आयोजित विभिन्न साहसिक गतिविधियों का अवलोकन करेंगे। इन गतिविधियों में ट्रैकिंग अभियान, माउंटेन बाइकिंग, एटीवी (ऑल-टेरेन व्हीकल) और आरटीवी (रफ टेरेन व्हीकल) रैलियां शामिल हैं। इसके अलावा, मुखबा में शीतकालीन पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए विशेष प्रदर्शनी का आयोजन किया जाएगा।
जिलाधिकारी (डीएम) डॉ. मेहरबान सिंह बिष्ट ने प्रधानमंत्री के प्रस्तावित दौरे की तैयारियों को लेकर सेना, आईटीबीपी और प्रशासनिक अधिकारियों के साथ बैठक की। इस बैठक में सुरक्षा व्यवस्था, यातायात प्रबंधन, पार्किंग सुविधा और प्रचार-प्रसार की कार्ययोजना पर महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए। डीएम बिष्ट ने कहा कि प्रधानमंत्री के स्वागत के लिए हर्षिल में विशेष कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे, और सीमांत क्षेत्र के वाइब्रेंट विलेज को प्रमुख रूप से प्रदर्शित किया जाएगा।
प्रधानमंत्री के दौरे को देखते हुए मुखबा और हर्षिल में बुनियादी ढांचे का तेजी से विकास किया जा रहा है। इसमें सड़क निर्माण, सौंदर्यीकरण, हेलिपैड तक सड़क विस्तार, बिजली-पानी की सुचारू आपूर्ति और पार्किंग स्थलों का निर्माण शामिल है। साथ ही, गंगा मंदिर और आसपास के घरों को सजाया-संवारा जा रहा है, और मंदिर के पैदल मार्ग एवं सीढ़ियों का सुधार कार्य भी चल रहा है।
डीएम बिष्ट ने रविवार को पुलिस अधीक्षक सरिता डोबाल के साथ हर्षिल क्षेत्र का दौरा किया और सुरक्षा इंतजामों का जायजा लिया। अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि सभी तैयारियां समय पर पूरी की जाएं और किसी भी तरह की कमी न रहे।
प्रधानमंत्री मोदी के प्रस्तावित दौरे से उत्तराखंड के शीतकालीन पर्यटन को बढ़ावा मिलने की उम्मीद है। इस दौरे से क्षेत्र में पर्यटन को नई ऊंचाइयां मिलेंगी और सीमांत गांवों के विकास को भी गति मिलेगी।