उत्तराखंड के पहाड़ी इलाकों में एक और महत्वपूर्ण कदम बढ़ाया गया है, जब ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल परियोजना के तहत 11 किलोमीटर लंबी सुरंग का निर्माण पूरा हुआ। यह सुरंग, जिसे पैकेज-एक के तहत विकसित किया जा रहा है, अब ऋषिकेश से कर्णप्रयाग तक रेल यात्रा को साकार करने के बेहद करीब पहुंच गई है।
शुक्रवार को इस सुरंग के ब्रेकथ्रू का जश्न मनाया गया, जब मैक्स इंफ्रा (ई) प्रा. लिमिटेड के सीईओ विक्रम चौहान की उपस्थिति में वरिष्ठ महाप्रबंधक निशीथ शर्मा ने इसकी जानकारी दी। इस अवसर पर उन्होंने बताया कि इस सुरंग का निर्माण अत्यधिक चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में किया गया, क्योंकि यह क्षेत्र निम्न चट्टानी स्तर पर स्थित था, जहां विस्फोटकों का प्रयोग संभव नहीं था। इसके बावजूद, यह सुरंग एनएटीएम (न्यू ऑकलाप्टिकल टनलिंग मेथड) तकनीक का इस्तेमाल करते हुए सावधानीपूर्वक पूरी की गई।
इस परियोजना के तहत कुल सुरंग की लंबाई 10,850 मीटर है, जिसमें से तपोवन के नीरगड्डु क्षेत्र से लेकर शिवपुरी तक के क्षेत्र को मई के पहले सप्ताह तक पूरा कर लिया जाएगा। यह सुरंग निर्माण, जिस पर अत्यधिक मेहनत और तकनीकी कौशल का प्रयोग किया गया, ने एक बड़ी उपलब्धि के रूप में सामने आया है।
मैक्स इंफ्रा (ई) प्रा. लिमिटेड के खाते में दर्ज इस सफलता पर रेल विकास निगम लिमिटेड के मुख्य परियोजना प्रबंधक अजीत यादव, परियोजना निदेशक रविकांत और अजय, पैकेज-एक के निदेशक शिवपाल भाटी, महाप्रबंधक संजय कुमार, और मुख्य प्रबंधक पीएमसी जी. रिनाल्डी सहित परियोजना से जुड़े अन्य अधिकारियों और कर्मचारियों ने इस उपलब्धि को साझा किया।
इस सुरंग के निर्माण से ऋषिकेश से कर्णप्रयाग तक रेल यात्रा की संभावना और भी मजबूत हो गई है, जिससे उत्तराखंड के पर्यटन और परिवहन क्षेत्र को भी नई दिशा मिलेगी।