मशाल यात्रा की शुरुआत 26 दिसंबर से, विभिन्न आयोजन और वॉलिंटियर्स की सहभागिता की जाएगी सुनिश्चित
देहरादून, 23 दिसंबर: उत्तराखंड में राष्ट्रीय खेलों का काउंटडाउन सोमवार से शुरू हो गया जब राज्य की खेल मंत्री रेखा आर्या ने राजीव गांधी क्रिकेट स्टेडियम से प्रचार टीमों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इसके अलावा, खेल मंत्री ने 13 जिलों के जिलाधिकारी और अन्य अधिकारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए तैयारियों की समीक्षा की।
राष्ट्रीय खेलों की औपचारिक मशाल यात्रा 26 दिसंबर से हल्द्वानी के गोलापार से शुरू होगी। इस यात्रा के लिए तीन सजे-धजे प्रचार वाहन और अन्य टीमों को सोमवार को देहरादून से रवाना किया गया। खेल मंत्री रेखा आर्या ने बताया कि यह मशाल यात्रा 26 दिसंबर से शुरू होकर पूरे एक महीने का सफर तय करते हुए 25 जनवरी को देहरादून पहुंचेगी। इस दौरान हर जनपद में 2-3 दिनों तक विभिन्न आयोजन किए जाएंगे, जिनमें साइकिल रैली, मैराथन, प्रभात फेरी, रस्साकशी, पंजा प्रतियोगिता और स्कूलों में क्विज जैसे आयोजन शामिल होंगे। इसके अलावा, प्रत्येक जनपद में 500 वॉलिंटियर्स का रजिस्ट्रेशन करने का लक्ष्य रखा गया है, जो राष्ट्रीय खेलों के आयोजन में भाग लेंगे।
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के दौरान खेल मंत्री रेखा आर्या ने जिलाधिकारियों को निर्देश दिए कि कार्यक्रम के दौरान कुछ सेल्फी प्वाइंट बनाए जाएं, जहां आम लोग राष्ट्रीय खेलों के प्रतीकों के साथ सेल्फी ले सकें। इसके अलावा, मंत्री ने युवा जनता से मिलने के लिए मौली का वेश धरकर कार्यक्रमों में भाग लेने की योजना बनाई है।
पांडवाज बैंड और सांस्कृतिक आयोजन:
राष्ट्रीय खेलों के दौरान उत्तराखंड की संस्कृति को एक नए अंदाज में प्रस्तुत करने की तैयारी है। मशाल यात्रा के दौरान प्रसिद्ध पांडवाज बैंड के पांच शो प्रदेशभर में आयोजित किए जाएंगे। इसके साथ ही, प्रदेश की संस्कृति को प्रदर्शित करने के लिए कमला देवी जैसे लोक कलाकारों से भी बातचीत की जा रही है। हर जनपद में एक या दो बड़े सांस्कृतिक आयोजनों की योजना बनाई गई है।
गणतंत्र दिवस में राष्ट्रीय खेलों की झलक:
26 जनवरी के गणतंत्र दिवस के आयोजन भी राष्ट्रीय खेलों के रंग में रंगे होंगे। स्कूलों और कॉलेजों में होने वाले आयोजनों में राष्ट्रीय खेलों से जुड़े प्रतीकों की झांकियां भी प्रदर्शित की जाएंगी। इसके साथ ही, बच्चों को राष्ट्रीय खेलों के महत्व और इतिहास से परिचित कराया जाएगा और खेलों में बेहतर प्रदर्शन करने पर मिलने वाले लाभों की जानकारी दी जाएगी।
खिलाड़ियों को डोपिंग से बचने के टिप्स:
राष्ट्रीय खेलों में प्रदेश की टीमों में चयन के लिए प्रशिक्षण ले रहे खिलाड़ियों को डोपिंग से बचने के तरीके भी सिखाए गए। खेल मंत्री रेखा आर्या ने राजीव गांधी इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम में आयोजित कार्यशाला का उद्घाटन किया। कार्यशाला में नेशनल एंटी डोपिंग एजेंसी के विशेषज्ञ अमित कंडवाल ने खिलाड़ियों को प्रशिक्षण दिया। इस दौरान देहरादून में चल रहे प्रशिक्षण शिविरों के सभी खिलाड़ी मौजूद थे, जबकि अन्य शहरों के खिलाड़ी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए जुड़े थे।
इस मौके पर विशेष खेल सचिव अमित सिन्हा, निदेशक प्रशांत आर्या और अन्य आला अधिकारी भी उपस्थित रहे।