उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और हरिद्वार सांसद त्रिवेंद्र सिंह रावत का एक बयान हाल ही में सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुआ है। इस बयान में उन्होंने एक टीवी न्यूज़ चैनल को साक्षात्कार देते हुए खनन सचिव को लेकर कुछ आपत्तिजनक टिप्पणी की। जैसे ही उनका यह बयान वायरल हुआ, विभिन्न प्रतिक्रियाएं सामने आईं। इस बीच, उत्तराखंड आईएएस एसोसिएशन इस बयान को लेकर खासा नाराज हो गया है और उसने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से इसकी शिकायत करने का फैसला किया है।
IAS एसोसिएशन ने सोशल मीडिया पर जारी किए गए इस बयान को लेकर अपनी चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि किसी भी स्थिति में अधिकारियों के मान-सम्मान से समझौता नहीं किया जाएगा। एसोसिएशन के सदस्य अपने आत्मसम्मान और गरिमा के अधिकार के प्रति पूरी तरह प्रतिबद्ध हैं।
IAS एसोसिएशन ने एक पत्र जारी करते हुए कहा कि एसोसिएशन के सदस्य भी आम नागरिकों की तरह आत्मसम्मान और गरिमा के अधिकार के हकदार हैं, और कोई भी बयान या संकेत जो उनके स्वाभिमान को ठेस पहुंचाए, उसे स्वीकार नहीं किया जाएगा। एसोसिएशन ने यह भी कहा कि इस प्रकार के बयानों से अधिकारियों का मनोबल गिरता है और उनका कार्यक्षमता पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है।
पत्र में आगे कहा गया कि एसोसिएशन रचनात्मक आलोचना को आत्मसुधार का अवसर मानता है, और यदि कहीं त्रुटियां होती हैं तो उनके सुधार के लिए निर्धारित प्रक्रियाओं का पालन किया जाना चाहिए।
एसोसिएशन ने समाज के सभी वर्गों से यह अपील की कि वे आईएएस अधिकारियों और उनके परिवारों के आत्मसम्मान और गरिमा का सम्मान करें। एसोसिएशन ने इस मुद्दे को मुख्यमंत्री और मुख्य सचिव के सामने प्रस्तुत करने का निर्णय लिया है।