प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की दृढ़ इच्छाशक्ति और दूरदर्शी सोच से उत्तराखंड को एक और ऐतिहासिक सौगात मिली है। पर्वतमाला परियोजना के तहत ₹6,811.41 करोड़ की लागत से दो महत्वपूर्ण रोपवे परियोजनाओं को मंजूरी दी गई है। इसमें ₹4,081.28 करोड़ की लागत से सोनप्रयाग-केदारनाथ (12.9 किमी) और ₹2,730.13 करोड़ की लागत से गोविंदघाट-हेमकुंड साहिब (12.4 किमी) रोपवे परियोजनाएं शामिल हैं, जो राज्य में कनेक्टिविटी और पर्यटन को नया आयाम देंगी।
बधाई हो उत्तराखण्ड !
आदरणीय प्रधानमंत्री श्री @narendramodi जी का पर्वतमाला परियोजना के तहत ₹4,081.28 करोड़ की धनराशि से सोनप्रयाग से केदारनाथ (12.9 किमी) और ₹2,730.13 करोड़ की धनराशि से गोविंदघाट से हेमकुंड साहिब तक (12.4 किमी) रोपवे परियोजनाओं को स्वीकृति प्रदान करने के लिए… pic.twitter.com/8GFPQZjcgG
— Pushkar Singh Dhami (@pushkardhami) March 5, 2025
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अपनी पिछली मुलाकात में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से इन परियोजनाओं को लेकर विस्तार से चर्चा की थी। मुख्यमंत्री धामी ने प्रधानमंत्री मोदी से अनुरोध किया था कि केदारनाथ और हेमकुंड साहिब जैसे प्रमुख तीर्थस्थलों तक तीर्थयात्रियों और पर्यटकों की सुविधा के लिए रोपवे परियोजनाओं को स्वीकृति दी जाए। इस दौरान मुख्यमंत्री ने राज्य में रोपवे की आवश्यकता, इसके लाभ और पर्यटन एवं अर्थव्यवस्था पर इसके सकारात्मक प्रभाव को विस्तार से प्रस्तुत किया।
Cabinet approves development of ropeway project from Govindghat to Hemkund Sahib Ji (12.4 km) in the State of Uttarakhand under National Ropeways Development Programme – Parvatmala Pariyojana
The project will be developed on Design, Build, Finance, Operate, and Transfer (DBFOT)… pic.twitter.com/JHhEDY9oKU
— PIB India (@PIB_India) March 5, 2025
उनकी इस पहल और प्रधानमंत्री मोदी की उत्तराखंड के प्रति विशेष संवेदनशीलता का परिणाम है कि अब ये ऐतिहासिक परियोजनाएं धरातल पर उतरने जा रही हैं। इन परियोजनाओं के माध्यम से तीर्थयात्रियों और पर्यटकों के लिए अंतिम मील कनेक्टिविटी सुनिश्चित की जाएगी, जिससे यात्रा तेज, सुगम और सुरक्षित बन सकेगी।
धार्मिक पर्यटन और राज्य की अर्थव्यवस्था में बढ़ावा
ये रोपवे परियोजनाएं केवल धार्मिक पर्यटन को ही बढ़ावा नहीं देंगी, बल्कि राज्य की अर्थव्यवस्था, रोजगार और बुनियादी ढांचे के विकास में भी महत्वपूर्ण योगदान करेंगी। प्रधानमंत्री मोदी का उत्तराखंड से विशेष लगाव और मुख्यमंत्री धामी की मेहनत एवं सतत प्रयासों का ही नतीजा है कि ये ऐतिहासिक परियोजनाएं अब साकार होने जा रही हैं।
इन परियोजनाओं के लागू होने से राज्य में पर्यटन को नया आयाम मिलेगा और तीर्थयात्रियों के लिए यात्रा को और भी सरल, तेज और सुरक्षित बनाया जा सकेगा। यह परियोजना न केवल उत्तराखंड के धार्मिक पर्यटन के लिए, बल्कि राज्य के समग्र विकास के लिए भी मील का पत्थर साबित होगी।