उत्तराखंड की स्वास्थ्य सेवाओं में नया आयाम, 108 की तर्ज पर कार्य करेगी यह सेवा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने धन्वंतरि जयंती के अवसर पर मंगलवार को एम्स ऋषिकेश के माध्यम से देश की पहली हेली एम्बुलेंस सेवा का शुभारंभ किया। इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री ने स्वास्थ्य क्षेत्र की विभिन्न परियोजनाओं का शुभारंभ, उद्घाटन और शिलान्यास करते हुए 12,850 करोड़ रुपये की लागत की योजनाओं का ऐलान किया। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस कार्यक्रम में वर्चुअल माध्यम से भाग लिया।
मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि हेली एम्बुलेंस सेवा से राज्य की स्वास्थ्य सेवाएं और मजबूत होंगी। यह सेवा कठिन भौगोलिक परिस्थितियों में भी मरीजों को सहायता प्रदान करेगी, खासकर उन स्थानों पर जहां सड़क मार्ग से पहुंचना मुश्किल होता है। उन्होंने इस सेवा को 108 एम्बुलेंस के समान बताया, जो निशुल्क उपलब्ध होगी।
उन्होंने प्रधानमंत्री, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा और नागर विमानन मंत्री राम मोहन नायडू का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि हेली एम्बुलेंस सेवा की आवश्यकता लंबे समय से महसूस की जा रही थी। यह सेवा अब मरीजों को एम्स लाने में मदद करेगी। सीएम ने कहा कि हेली एम्बुलेंस के लिए टोल फ्री नंबर जल्द ही जारी किया जाएगा, जिससे सभी 13 जिलों के जिला आपदा प्रबंधन कार्यालयों को जोड़ा जाएगा।
मुख्यमंत्री ने उत्तराखंड में मेडिकल कॉलेजों की स्थापना की दिशा में सरकार के प्रयासों की भी चर्चा की। उन्होंने बताया कि प्रत्येक जिले में एक मेडिकल कॉलेज खोलने की योजना है और एम्स ऋषिकेश के सेटेलाइट सेंटर पर भी काम जारी है
केंद्रीय नागर विमानन मंत्री राम मोहन नायडू ने कहा कि हेली एम्बुलेंस सेवा पहाड़ी राज्य के लिए महत्वपूर्ण होगी। उन्होंने केंद्र सरकार के उत्तराखंड में हवाई सेवाओं के विस्तार के प्रयासों की भी सराहना की।
इस कार्यक्रम में पूर्व सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत, वित्त मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल, स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत, और एम्स की निदेशक प्रो. मीनू सिंह भी उपस्थित रहे।